Monday, August 4, 2008

विभिन्न समाचारपत्रों की कतरनें (सन्दर्भ:बेगुसराय पुलिस की उपलब्धियां)



चर्चित चकिया हत्याकांड का मुख्य आरोपी अजित उर्फ़ शूटर और समस्तीपुर जिले का आतंक कुमुद ठाकुर को पत्रकारों से रु-बा-रु कराते हुए पुलिस अधीक्षक अमित लोढा पुलिस टीम के साथ

बेगुसराय पुलिस के सफलताओं की कड़ी में आज एक नया अध्याय और जुड़ गया जब जिला पुलिस की स्पेशल टीम ने चकिया थाना के चर्चित जनार्दन यादव हत्याकांड का मुख्य आरोपी अजित उर्फ़ शूटर और समस्तीपुर जिला का कुख्यात अपराधी कुमुद ठाकुर को गिरफ्तार करने में सफलता पायी. औद्योगिक क्षेत्र बरौनी खासकर रिफाइनरी के करोरों के निविदा पर वक्रदृष्टि गडाए अजित उर्फ़ शूटर की सरपंच जनार्दन यादव से टेंडर से सम्बंधित विवाद तो था ही अपने स्विकोरोक्ति में शूटर ने बताया की एक गवाही में पैसा लेकर मुकरने की वजह से उसने जनार्दन यादव को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस अधीक्षक के आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मलेन में इन अपराधकर्मियों को और उनकी करतूतों को बताते हुए पुलिस अधीक्षक अमित लोढा ने स्पेशल गठित पुलिस टीम के साहसी जवानों को बधाई देते हुए इसे बड़ी उपलब्धि बतायी. उन्होंने पुलिस टीम में शामिल राजेश शरण,अशोक सिंह,विनोद कुमार,शम्भूशरण सिंह पंकज कुमार,सतीश कुमार,भाई भारत और अन्य थानाध्यक्षों का हौसलाफजाई किया.
गिरफ्तार अपराधी शूटर ने जनार्दन यादव हत्याकांड को स्वीकार किया ही साथ-साथ कुछ ऐसे राज भी बताये जिससे अन्य घटनाओं में उसकी संलिप्तता की पुष्टि होती है. वहीं दूसरी तरफ़ समस्तीपुर जिला में आतंक का पर्याय बने कुमुद ठाकुर की गिरफ्तारी से न सिर्फ़ समस्तीपुर पुलिस को राहत मिला है बल्कि आम लोगों में भी चैन की लहर दौड़ गयी है. ज्ञात हो की कुमुद ठाकुर ने ही वारिसनगर के बैंक मेनेजर की हत्या की थी और मोद्वा में भी दो हत्या कर के वह फरार था. उस पर विभिन्न थाने में लगभग पन्द्रह केस दर्ज हैं जिनमे हत्या ,रंगदारी और अन्य अपराध शामिल हैं. राज्य सरकार ने इस अपराधकर्मी पर पच्चीस हजार का इनाम रखा था. इन दोनों अपराधी को पुलिस टीम ने सुनोयोजित तरीके से गिरफ्तार कर पाने में सफलता पायी. लखीसराय टाऊन थाना के रामचंद्रपुर दियारा में इनके छुपे होने ख़बर पाकर बेगुसराय जिला पुलिस ने लखीसराय पुलिस के सहयोग से रात में ही दियारा की घेराबंदी कर सुबह का इन्तजार करने लगे क्यूंकि पुलिस को यह भी सुचना थी की लखीसराय का कुख्यात अपराधी जैला भी इनके साथ है और जैला के पास ऐ के फोर्टी सेवन ,एस एल आर जैसे आधुनिक हथियार हैं इसलिए मुठभेड़ की संभावना को देखते हुए पुलिस टीम ने पुरी सक्रियता का परिचय देते हुए अहले सुबह इन अपराधकर्मियों को दबोच पाने में सफल हुयी.
आतंक के पर्याय इन अपराधी को गिरफ्तार कर बेगुसराय पुलिस ने एक बार फ़िर कांडों के उद्भेदन क्षमता और टीम वर्क का परिचय देकर सराहनीय कार्य किया है.

हिन्दुस्तान बेगुसराय संस्करण 9 सितम्बर 2008
सन्मार्ग बेगुसराय संस्करण 9 सितम्बर 2008

दैनिक जागरण बेगुसराय संस्करण 9 सितम्बर 2008 प्रभात ख़बर बेगुसराय संस्करण 9 सितम्बर 2008
राष्ट्रीय सहारा बेगुसराय संस्करण 9 सितम्बर 2008
दैनिक हिंदुस्तान (बेगुसराय संस्करण) ने इस ख़बर को ७.९.२००८ को प्रकाशित किया
''समाचारपत्रों की कतरनें'' नाम से प्रारंभ किए गए इस स्थायी स्तम्भ में आप बेगुसराय पुलिस के बारे में विभिन्न समाचारपत्रों में छपे हुए समाचार को देख सकेंगे। ''


1 comment:

Poonam Singh said...

aapke prayas ke liye dhanyvaad